मुंबई: पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान बॉलीवुड फिल्मों को लेकर बेहद कांशस हो गया है। अगर फिल्म में पाकिस्तान का जिक्रभर हो जाए, तो फिल्म वहां रिलीज नहीं होने दी जाती। पाकिस्तान की इस कांशसनेस का ताजा शिकार ‘ढिशूम’ बनी है, जिसे वहां बैन कर दिया गया है।
इसे फैसले से फिल्म से जुड़े सभी लोग निराश हैं। खासकर वरूण धवन फिल्म के पाकिस्तान में रिलीज ना होने से दुखी है। वरूण ने ट्वीटर पर लिखा है- “वाकई में परेशान हूं, कि ‘ढिशूम’ पाकिस्तान में बैन कर दी गई है। मुझे नहीं लगता कि फिल्म में किसी भी मुल्क को खराब ढंग से दिखाया गया है। ये गलत फैसला है।”
इसे भी पढ़ें: इस तस्वीर में कटरीना और सिद्धार्थ की हॉट केमिस्ट्री देख दिल मचल जाएगा
Really upset that #Dishoom is banned in pakistan. I don’t think the film eventually shows any country in a bad light. It’s a wrong decision
— Varun JUNAID dhawan (@Varun_dvn) 30 July 2016
वैसे हाल के दौर में पाकिस्तान ने कई हिंदी फिल्मों को अपने यहां रिलीज होने से रोका है। दिलचस्प बात ये है कि ये फैसला वहां के अधिकारियों फिल्म देखने बिना ही लिए हैं। सिर्फ ट्रेलर के आधार पर फिल्में बैन की गई हैं।
कबीर खान डायरेक्टिड ‘फैंटम’ और ‘एक था टाइगर’ को पाकिस्तान में रिलीज नहीं होने दिया गया। ‘फैंटम’ में सैफ अली खान और ‘एक था टाइगर’ में सलमान खान ने लीड रोल्स निभाए थे। दोनों ही स्पाई फिल्में थीं।
इसे भी पढ़ें: फरहान अख़्तर ने ट्वीटर के जरिए मुंबई का एक बेहद अहम मुद्दा उठाया, लेकिन…
आतंकवाद के मुद्दे पर बनी कॉमेडी फिल्म ‘बैंगिस्तान’ को पहले पाकिस्तान फिर यूएई में बैन कर दिया गया। इस फिल्म में पुल्कित सम्राट और रितेश देशमुख ने लीड रोल्स निभाए थे।
सबसे ज़्यादा हैरत तो तब हुई, जब पाकिस्तान ने आनंद एल राय की फिल्म ‘रांझणा’ को अपने यहां रिलीज नहीं होने दिया, जबकि इस फिल्म में तो पाकिस्तान का दूर-दूर तक जिक्र नहीं था। हां फिल्म की कहानी जरूर मुस्लिम लड़की और हिंदू लड़के के प्यार पर आधारित थी, मगर वो प्यार भी एकतरफा ही दिखाया गया था। फिल्म में सोनम कपूर, धनुष और अभय देओल ने लीड रोल्स निभाए।
इसे भी पढ़ें: नवाजउद्दीन की इस फिल्म में सलमान खान कर रहे हैं ये स्पेशल काम
फ्लाइंग सिख मिल्खा सिंह की बायोपिक फिल्म ‘भाग मिल्खा भाग’ भी पाकिस्तान को रास नहीं आई, और फरहान अख़्तर स्टारर फिल्म को बैन कर दिया गया। फिल्म में पाकिस्तान में हुई एक दौड़ को दिखाया गया था, जिसे मिल्खा ने जीता था।
इन फिल्मों के अलावा ‘द डर्टी पिक्चर’, ‘एजेंट विनोद’, ‘तेरे बिन लादेन’ और ‘लाहौर’ जैसी फिल्मों को पिछले कुछ सालों में पाकिस्तान में बैन किया गया है।