मुंबई : पिछला साल कई एक्टर्स के लिए बढ़िया नहीं रहा। बॉक्स ऑफ़िस पर उनकी फ़िल्में बुरी तरह पिटीं, वहीं क्रिटिक्स ने भी उन्हें जमकर धोया। 2014 में उम्मीद की जा रही है, कि ये एक्टर्स बाउंस बैक करेंगे, और अपने खोए हुए रुतबे को फिर हासिल करेंगे।

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‘द डर्टी पिक्चर’ की सक्सेस के बाद इमरान हाशमी की गिनती हिंदी सिनेमा के बेहतरीन एक्टर्स में होने लगी थी, और सीरियल किसर की जगह उन्हें सीरियस एक्टर माना जाने लगा, लेकिन इमरान ये क़ामयाबी ज़्यादा दिन तक सहजकर ना रख सके, और ‘एक थी डायन’ और ‘घनचक्कर’ जैसी फ़्लॉप फ़िल्में देने के बाद ठंडे पड़ गए। अब उनकी ‘उंगली’ और ‘शातिर’ जैसी फ़िल्में आने वाली हैं।

बॉबी जासूस में विद्या बालन।
बॉबी जासूस में विद्या बालन।

इमरान की डर्टी को-एक्टर विद्या बालन का भी कुछ यही हाल है। ‘द डर्टी पिक्चर’ और ‘कहानी’ जैसी बेहद क़ामयाब फ़िल्मों के बाद विद्या का ग्राफ गिरता गया, और उन्होंने ‘घनचक्कर’ जैसी फ़्लॉप फ़िल्म दी। अब ‘शादी के साइड इफ़ेक्ट्स’ और ‘बॉबी जासूस’ से उनकी वापसी की उम्मीद की जा रही है।

इमरान ख़ान  की हालत भी इस वक़्त पतली है। पिछले साल उनकी तीन फ़िल्में आईं, और तीनों ही फ़्लॉप रहीं। ‘मटरू की बिजली का मंडोला’, ‘वंस अपॉन ए टाइम इन मुंबई दोबारा’ और ‘गोरी तेरे प्यार में’ के साथ इमरान ने फ़्लॉप्स की हेट-ट्रिक पूरी की। फिलहाल उनके पास एक ही फ़िल्म है ‘भावेश जोशी’। लगता है, इमरान को जल्द मामू की ज़रूरत पड़ने वाली है।

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अक्षय कुमार  का स्टारडम लगातार फेड हो रहा है। बॉक्स ऑफ़िस का ये खिलाड़ी अब थकने लगा है, जिसकी मिसाल हैं उनकी पिछली फिल्में। ‘वंस अपॉन ए टाइम इन मुंबई दोबारा’ और ‘बॉस’ की ज़बरदस्त फेल्योर ने अक्षय के सेलेबल स्टार होने पर सवालिया निशान लगा दिया है।

अक्षय की इस गिरती साख के चलते पिछले साल वायाकॉम 18 ने उनकी फ़िल्म ‘गब्बर’ से हाथ खींच लिए थे, जिसे संजय लीला भंसाली प्रोड्यूस कर रहे हैं। लेकिन अब सुनने में आया है, कि प्रोडक्शन स्टूडियो फिर अक्षय की फ़िल्म को सपोर्ट करने को तैयार हो गया है। यानि ये फ़िल्म अक्षय के लिए करो या मरो वाली बात हो गई है।

सैफ़-कटरीना
सैफ़-कटरीना

सैफ़ अली ख़ान  भी ऐसे एक्टर हैं, जिन्हें एक पुश की ज़रूरत है। ‘बुलेट राजा’ की नाक़ामयाबी के बाद सैफ़ के लिए भी फ़िल्ममेकर्स का भरोसा कम हुआ है। ऐसे में उन्हें ‘फैंटम’, ‘हमशक्ल’ और ‘हैपी एंडिंग’ से काफी उम्मीदें हैं।

मैरी कॉम के साथ प्रियंका।
मैरी कॉम के साथ प्रियंका।

प्रियंका चोपड़ा  पर से भी दर्शकों का यक़ीन कम हुआ है। ‘जंज़ीर’ जैसी फ़िल्म में प्रियंका को देखकर हैरत हुई, कि ये वही पिगी चॉप्स हैं, जिन्होंने ‘बर्फी’ में काम किया है। प्रियंका का ये खोया स्टेटस ‘मैरी कॉम’ से लौट सकता है। हालांकि उनकी फ़िल्म ‘गुंडे’ रिलीज़ के लिए तैयार है, लेकिन प्रियंका की एक्टिंग को जस्टिफाई ‘मैरी कॉम’ ही करेगी।