मुंबई : एक पॉर्न स्टार, जिसके स्लीज़ी पॉर्न वीडियोज़ से इंटरनेट भरा पड़ा है। एक अनसक्सेसफुल डायरेक्टर, जिसके नाम है कटरीना कैफ़ को बॉलीवुड में ब्रेक देने का क्रेडिट, और एक वेटरन एक्टर, जिसके टेलेंट के आगे सिनेमा भी सिर झुकाता है। इन सबके बीच है एक बिजनेसमैन, जो हीरो बनने की कोशिश कर रहा है, लेकिन जैकपॉट उसके हाथ नहीं लग पा रहा।
रेटिंग : 2/5
रिव्यू :
‘जैकपॉट’ सनी लियोनी की दूसरी फ़िल्म है। इस फ़िल्म में वो हीरो सचिन जोशी का लेडी लव और पार्टनर-इन-क्राइम माया बनी हैं। ‘जिस्म’ से डेब्यू करने बाद उम्मीद थी, कि अपनी दूसरी फ़िल्म से सनी लियोनी कुछ इंप्रूव करेंगी, लेकिन वो सिर्फ़ एक काम में आगे बढ़ रही हैं, जिसे उनसे अच्छा कोई नहीं कर सकता। लव सींस में एक्सप्रेशंस देने में सनी का कोई सानी नहीं है – थैंक्स टू हर बैकग्राउंड। इस फ़िल्म में उन्हें देखकर यही साबित होता है, कि सनी लियोनी एक्टिंग के अलावा कुछ भी कर सकती है।
फ़िल्म के हीरो सचिन जोशी ने अपने लिमिटेड टेलेंट के मुताबिक ठीक काम किया है। गोवा के फ्लेमबॉएंट कॉनमैन फ़्रांसिस का क़िरदार उन्हें सूट करता है।
फ़िल्म का सबसे बड़ा आश्चर्य हैं बॉस यानि नसीरूद्दीन शाह। इसलिए नहीं, कि उन्होंने कमाल की एक्टिंग की है, बल्कि इसलिए कि उन्होंने ये फ़िल्म की क्यों? शायद पैसे की वजह से ही, जैसा कि वो एक इंटरव्यू में कह भी चुके हैं, कि कुछ फ़िल्में वो सिर्फ़ इसलिए करते हैं, क्योंकि अच्छे पैसे मिलते हैं।
जहां तक डायरेक्टर कैज़द गुस्ताद की बात है, उन्होंने फ़िल्म को फ्रेश ट्रीटमेंट दिया है। फ़िल्म में रफ़्तार और यूथ अपील है। कहानी में काफी ट्विस्ट एंड टर्न्स हैं।
म्यूज़िक डायरेक्टर्स तोषी और शारिब ने कुछ अच्छा काम किया है। फ़िल्म में सनी लियोनी के पतिदेव डैनियल वेबर ने भी केमियो किया है।
कास्ट एंड क्रेडिट्स :
एक्टर्स – सनी लियोनी, सचिन जोशी, नसीरूद्दीन शाह, मकरंद देशपांडे, भरत निवास।
डायरेक्टर – कैज़द गुस्ताद।
प्रोड्यूसर – सचिन जोशी।
म्यूज़िक डायरेक्टर्स – शारिब सबरी, तोषी सबरी, मिका सिंह, रेमो फर्नांडिस आदि।
जोनर – कॉमिक थ्रिलर।
कहानी :
फ़िल्म शुरू होती है गोवा की एक शांत और सुनसान रिवर में मौजूद एक हाउस बोट से। गनफ़ायर की आवाज़ आती है, और बोट डूबने लगती है। जैसे क्रेडिट रोल शुरू होता है, एक बॉडी पानी में गिरती है, और मछली पकड़ने के लिए लगाए गए जाल में फंस जाती है, और डूबने लगती है। एक ब्रीफ़केस पानी में उतराने लगता है, जिस पर लिखा है जैकपॉट। दो हाथ इसे पकड़ते हुए दिखाए जाते हैं। हाउस बोट नदी में डूबने लगी है।
इसके बाद फ़िल्म दस दिन पीछे चली जाती है।
कुछ कॉनमैन का एक ग्रुप कसीनो बोट पर चल रहे कसीनो में पांच करोड़ का जैरपॉट जीत लेते हैं। फिर वो अपनी रॉबरी प्लान करते हैं, और कैश लेकर भाग जाते हैं।
इस दौरान गैंग के पांच मेंबर अलग हो जाते हैं, और वो एक-दूसर पर शक़ करने लगते हैं। जिसके चलते भारी गड़बड़ियां होती हैं। बीच-बीच में सचिन और सनी का रोमांस भी है। फ़िल्म गोवा में सेट की गई है, और ज़्यादातर बोट पर ही शूट हुई है।