Inside The Story
* फिल्मों में आने से पहले टीचर थे सुकुमार
* लेखक के तौर पर शुरू किया करियर
* अल्लू अर्जुन की फिल्म से किया डेब्यू
मुंबई। Who Is Sukumar: पूरे देश में इस वक्त अगर किसी फिल्म की चर्चा है तो वो है- तेलुगु फिल्म पुष्पा 2 द रूल। बॉक्स ऑफिस पर कामयाबी की नई इबारत लिख रही पुष्पा 2 ने सात दिनों में दुनियाभर में 1000 करोड़ का ग्रॉस कलेक्शन कर लिया है।
हिंदी में तो पूछिए ही मत, फिल्म बॉक्स ऑफिस पर वाइल्ड फायर बनी हुई है। सात दिनों में 400 करोड़ नेट कलेक्शन कर चुकी है। दूसरे वीकेंड में फिल्म 500 करोड़ के पड़ाव को बड़ी आसानी से पार कर लेगी।
पुष्पा 2 की इस अभूतपर्व कामयाबी के लिए हर तरफ अल्लू अर्जुन का शोर मचा हुआ है। हम आपको उस व्यक्ति के बारे में बताने जा रहे हैं, पुष्पा 2 के पीछे जिसका दिमाग है। यानी फिल्म के निर्देशक लेखक-निर्देशक सुकुमार।
अल्लू अर्जुन के साथ किया था हिट डेब्यू
सुकुमार ने 20 साल के फिल्मी करियर में पुष्पा 2 को मिलाकर नौ फिल्मों का निर्देशन किया है। इस दौरान उन्होंने राम चरन, जूनियर एनटीआर, महेश बाबू, राम पोथिनेनी के साथ फिल्में बनाईं, मगर अल्लू अर्जुन से सुकुमार का रिश्ता बेहद खास है।
2004 में सुकुमार ने आर्य फिल्म से निर्देशकीय पारी शुरू की थी, जिसके हीरो अल्लू ही थे और अब 20 साल बाद सुकुमार ने अपने पहले हीरो को ना सिर्फ उसके करियर बल्कि भारतीय सिनेमा की सबसे बड़ी फिल्म दे दी है।
यह भी पढ़ें: Pushpa 2 Box Office: हिंदी में ‘पुष्पा 2’ 400 करोड़ पार, दिल्ली में बोले अल्लू अर्जुन- यह नया भारत है, झुकेगा नहीं!
मुर्गे से मोहब्बत ने बना दिया शाकाहारी
54 साल के सुकुमार (Who Is Sukumar) का पूरा नाम सुकमार बंदरेड्डी है। उनका जन्म 11 जनवरी 1970 को आंध्र प्रदेश के ईस्ट गोदावरी जिले के मलिकीपुरम के नजदीक स्थित गांव मट्टापर्रू में हुआ था। उनके पिता चावल के व्यापारी थे। माता होममेकर थीं। छह भाई-बहनों में सुकुमार सबसे छोटे हैं।
जब वो छह साल के थे, एक मुर्गे से बहुत प्यार करते थे। जब इस मुर्गे को मीट के लिए काट दिया गया तो सुकुमार इतने व्यथित हो गये थे कि लम्बे समय तक शाकाहारी बन गये। पढ़ाई पूरी करने के बाद सुकुमार ने काकीनाड़ा के एक जूनियर कॉलेज में सात सालों तक मैथ और फिजिक्स पढ़ाई थी।
सुकुमार (Who Is Sukumar) सोशल मीडिया में ज्यादा सक्रिय नहीं हैं। एक्स पर उनके एकाउंट के बायो में भी यही लिखा है- फिल्म मेरा पैशन हैं। मैं कॉलेज में लेक्चरर था, लेकिन फिल्ममेकिंग में हमेशा विद्यार्थी रहूंगा।
कॉलेज में सात सालों तक एक ही रुटीन फॉलो करते-करते उनके जीवन में नीरसता आने लगी थी। तब सुकुमार ने अपने सहयोगी प्रकाश तोलेटी के साथ मिलकर कुछ क्रिएटव करने के बारे में सोचा।
दोनों नौकरी छोड़कर फिल्मों में किस्मत आजमाने चले आये। दोनों ने तेलुगु सिनेमा में शुरुआत लेखक के तौर पर की थी। हालांकि, बीच में कुछ ऐसा हुआ कि उन्हें एक बार फिर टीचिंग के लिए लौटना पड़ा।
यह भी पढ़ें: Pushpa 2: डब फिल्में मत कहिए साहब! अब हिंदी सिनेमा के सूरमाओं को धूल चटा रहीं साउथ मूवीज
1998 की फिल्म मनासिची चूड़ु में सुकुमार ने सहायक निर्देशक के तौर र काम किया। कुछ और फिल्मों में सहायक की जिम्मेदारियां निभाने के बाद सुकुमार ने 2004 में आर्य से स्वतंत्र निर्देशक के रूप में डेब्यू किया।
इस फिल्म में अल्लू अर्जुन की एंट्री रवि तेजा, नितिन और प्रभास के ठुकराने के बाद हुई थी। आर्य बड़ी सक्सेस साबित हुई और सुकुमार रातों-रात स्टार बन गये। 2009 में आर्य फ्रेंचाइजी की दूसरी फिल्म आई। सुकुमार की अन्य सफल फिल्मों में 100% लव, 1- नेनोक्काडीन और रंगस्थलम शामिल हैं।
Sukumar ने कृति सेनन को दिया ब्रेक
1- नेनोक्काडीन से कृति सेनन ने फिल्म इंडस्ट्री में डेब्यू किया था। 2021 में सुकुमार 12 साल बाद अल्लू अर्जुन से रीयूनाइट हुए और बॉक्स ऑफिस पर इतिहास रचने की शुरुआत हुई। पुष्पा 2 के बाद सुकुमार इसका तीसरा भाग पुष्पा- द रैम्पेज लेकर आ रहे हैं, जिसकी घोषणा पुष्पा 2 में कर दी गई है।
इसके अलावा अपने रंगस्थलम हीरो राम चरन के साथ भी सुकुमार रीयूनाइट हो रहे हैं। इसका टेंटेटिव टाइटल आरसी 17 है। सुकुमार अप फिल्मों का निर्माण भी करते हैं। उनकी कम्पनी का नाम सुकुमार राइटिंग्स है।