मुंबई: रितेश देशमुख को इतनी क़ामयाबी कभी हिंदी सिनेमा ने नहीं दी, जितनी उनकी पहली मराठी फ़िल्म ने दी है। रितेश ने पहली बार बतौर लीड एक्टर और प्रो़ड्यूसर ‘लय भारी’ में काम किया, और इतिहास बना दिया।
फ़िल्म अब तक 33.74 करोड़ का रिकॉर्ड बिजनेस कर चुकी है, जो मराठी सिनेमा में सबसे ज़्यादा है। फ़िल्म के डायरेक्टर निशीकांत कामत भी ‘लय भारी’ की इस ज़बर्दस्त क़ामयाबी से हैरान हैं। उन्होंने सपने में भी नहीं सोचा था, कि लय भारी इस क़दर कमाई करेगी।
निशीकांत की इस सोच के पीछे वजह है, फ़िल्म को ज़ॉनर। ‘लय भारी’ आम मराठी सिनेमा से अलग फ़िल्म है। बेटे की मदद से एक मां के बदले की ये कहानी बॉलीवुडिया ज़्यादा है। मराठी सिनेमा का दर्शक इंटेलेक्चुअल सिनेमा को पसंद करता रहा है। इसीलिए ‘लय भारी’ की भारी क़ामयाबी बता रही है, कि दर्शकों को टेस्ट बदल रहा है।
रितेश देशमुख ने अपने करियर की शुरूआत हिंदी सिनेमा से की। वो सफल सोलो हीरो तो ना बन सके, लेकिन अभिनेता के तौर पर ज़रूर जम गए। रितेश की लास्ट हिंदी फ़िल्म ‘एक विलेन’ में उन्होंने पहली बार विलेन को रोल किया, और ज़बर्दस्त क़ामयाब रहे। ‘लय भारी’ की सक्सेस के बाद इंतज़ार है रितेश की दूसरी मराठी फ़िल्म का।