Sharda Sinha Death: छठ पूजा से पहले लोक गायिका शारदा सिन्हा का निधन, पीएम नरेंद्र मोदी ने बताया अपूरणीय क्षति

Sharda Sinha dies in AIIMS Delhi. Photo- X
खास बातें 

* छठ गीतों के लिए लोकप्रिय थीं शारदा सिन्हा
* मैंने प्यार किया के गाने को दी थी आवाज
* 10 दिनों से एम्स में भर्ती थीं दिग्गज गायिका

मुंबई। छठ पूजा पर्व से ठीक पहले बिहार की मशहूर लोक गायिका शारदा सिन्हा का निधन हो गया। उन्होंने दिल्ली के एम्स अस्पताल में अंतिम सांस ली। शारदा सिन्हा अपने छठ गीतों के लिए जानी जाती थीं। कुछ फिल्मों में भी उन्होंने अपने गायन के रंग बिखेरे। दिग्गज गायिका के निधन से भारतीय संगीत को बड़ी क्षति पहुंची है, साथ ही उनके फैंस सदमे में हैं।

72 साल की शारदा सिन्हा करीब 10 दिन से एम्स में इलाज के लिए भर्ती थीं। सोमवार को तबीयत बिगड़ने पर उन्हें वेंटिलेटर पर रखा गया था।

2018 में पद्म भूषण से सम्मानित

बिहार के सुपौल जिले में जन्मी शारदा सिन्हा ने अपने गायन की शुरुआत मैथिली गीतों से की थी। उन्होंने मैथिली के अलावा भोजपुरी, मगधी और हिंदी में यादगार गीतों को अपनी आवाज दी। छठ पूजा उनकी आवाज के बिना अधूरी-सी लगती है। उन्होंने बीएड की पढ़ाई करने के बाद संगीत में पीएचडी की थी।

2018 में उन्हें देश के तीसरे सबसे बड़े नागरिक सम्मान पद्म भूषण से सम्मानित किया गया था। इससे पहले 1991 में उन्हें पद्म श्री सम्मान से नवाजा जा चुका था। उन्हें संगीत नाटक अकादमी पुरस्कार भी प्रदान किया गया था।

कुछ महीने पहले ही उनके पति बृजकिशोर सिन्हा का भी निधन हो गया था। शारदा सिन्हा के निधन की खबर उनके बेटे अंशुमान सिन्हा ने सोशल मीडिया के जरिए भी साझा की।

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पीएम मोदी ने जताया अफसोस

शारदा सिन्हा के निधन से संगीत के साथ राजनीतिक जगत में भी शोक है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर शारदा सिन्हा के साथ एक तस्वीर साझा करके दुख व्यक्त करते हुए लिखा-

”सुप्रसिद्ध लोक गायिका शारदा सिन्हा जी के निधन से अत्यंत दुख हुआ है। उनके गाए मैथिली और भोजपुरी के लोकगीत पिछले कई दशकों से बेहद लोकप्रिय रहे हैं। आस्था के महापर्व छठ से जुड़े उनके सुमधुर गीतों की गूंज भी सदैव बनी रहेगी। उनका जाना संगीत जगत के लिए एक अपूरणीय क्षति है। शोक की इस घड़ी में मेरी संवेदनाएं उनके परिजनों और प्रशंसकों के साथ हैं। ओम शांति!”

लोकगीत जन-जन का कंठहार- अमित शाह

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने लिखा- ”अपनी मधुर आवाज़ से पांच दशकों से अधिक समय तक भारतीय संगीत को नई ऊंचाई देने वाली शारदा सिन्हा जी के निधन से अत्यंत दुःखी हूं। बिहार कोकिला के रूप में प्रसिद्ध शारदा सिन्हा जी ने मैथिली और भोजपुरी लोकगीतों को जन-जन का कंठहार बनाया और पार्श्व गायिका के रूप में फिल्म जगत को मंत्रमुग्ध करतीं रहीं।

पूर्वांचल के लोक संस्कार उनकी आवाज़ के बिना अधूरे लगते हैं। इस छठ महापर्व पर उनका स्वर भक्तों को निश्चय ही और भी भावुक करेगा। दुःख की इस घड़ी में मेरी संवेदनाएँ उनके परिजनों के साथ हैं। छठी मैया दिवंगत आत्मा को श्रीचरणों में स्थान दें। ॐ शांति शांति शांति।”

छठ पर्व अधूरा- रवि किशन

सांसद और अभिनेता रवि किशन ने लिखा- उनकी आवाज के बिना छठ पर्व और शादी-विवाह सब अधूरा रहता है। आज छठी मइया ने मां शारदा सिन्हा को अपने पास बुला लिया।

असामयिक निधन शोकदायक- निरहुआ

भोजपुरी कलाकार और बीजेपी नेता दिनेश लाल यादव निरहुआ ने उनके निधन पर दुख जताते हुए लिखा कि उनके बिना यूपी-बिहार का छठ पर्व अधूरा है।

शारदा सिन्हा के कुछ लोकप्रिय छठ गीत

अपने लगभग पांच दशकों के करियर में शारदा सिन्हा ने करीब 62 छठ गीत गाये थे, जिन्हें नौ एल्बम्स के जरिए रिलीज किया गया। शारदा सिन्हा का मानना था कि इन गीतों के जरिए वो अपनी परम्पराओं और संस्कृति को जीवित रखने की कोशिश कर रही हैं।

  • केलवा के पात पर
  • पहिले पहलि छठी मैया
  • हे छठी मैया
  • सूना छठी मैया
  • सामा खेले चलली

शारदा सिन्हा के फिल्मी गीत

शारदा सिन्हा ने फिल्मों के लिए भी गायन किया था। सलमान खान को रातोंरात स्टार बनाने वाली फिल्म मैंने प्यार किया के कहे तोसे सजना को शारदा ने अपनी आवाज से सजाया था। हम आपके हैं कौन के बाबुल गीत को उन्होंने आवाज दी थी। उनका सबसे ताजा फिल्मी गीत तार बिजली से पतले हमार सैयां है, जो गैंग्स ऑफ वासेपुर 2 में सुनाई दिया था।