मुंबई: मई का महीना सुष्मिता सेन के लिए ख़ास होता है, क्योंकि यही वो महीना है, जिसने सुष्मिता की ज़िंदगी बदल दी। बीस साल पहले 1994 में 21 मई को सुष्मिता सेन ने अपने सिर पर पहना था मिस यूनिवर्स का ताज। मगर, ये सिर्फ़ ताज नहीं था, इंडिया के लिए एक नई चैप्टर की शुरूआत थी।
सुष्मिता सेन पहली इंडियन ब्यूटी क्वीन थीं, जो इस मुक़ाम तक पहुंची। पहली बार यूनिवर्स की सबसे ख़ूबसूरत महिला भारत से थी। इसके बाद ये सम्मान सिर्फ़ लारा दत्ता को मिला, जो 2000 में मिस यूनिवर्स चुनी गईं।
फ़िल्मी पर्दे से ग़ायब चल रही सुष्मिता ने उस दौर को याद करते हुए माइक्रो ब्लॉगिंग साइट पर लिखा है- “वक़्त वाकई छलावा है। विश्वास नहीं होता, कि 21 मई, 2014 को मिस यूनिवर्स जीत के 20 साल पूरे हो जाएंगे। मैं उस वक़्त 18 साल की थी। आज भी वैसा ही महसूस करती हूं।”
Time really is an illusion !can’t believe 21st May 2014 will mark 20 years of our Victory at ‘Miss Universe’!I was 18 then..still FEEL d same.
काश, फ़िल्ममेकर्स भी ऐसा ही सोचते। आप भी यही चाहती होंगी।