मुंबई: हिंदी सिनेमा में बहुत कम एक्टर ऐसे हैं, जिन्होंने अपने करियर के शुरूआती दौर में नेशनल अवॉर्ड अपने नाम किया है। अगर इस प्रेस्टीजियस अवॉर्ड को बेहतरीन अदाकारी की कसौटी माना जाए, तो राजुकमार जल्द हिंदी सिनेमा के प्रिंस बन सकते हैं।
पिछले साल आई उनकी फ़िल्म ‘शाहिद’ के लिए उन्हें ये अवॉर्ड दिया जा रहा है। राजकुमार को हिंदी सिनेमा के टेलेंटड एक्टर्स में माना जाता है, लेकिन इस अवॉर्ड ने इस बात पर मुहर लगा दी है।
ये इत्तेफाक़ है या उनकी इस उपलब्धि का ईनाम, कि राजकुमार गुप्ता उन्हें अपनी फ़िल्म में लेना चाहते हैं। गुप्ता की फ़िल्म चेतन भगत के नॉवल रिवॉल्यूशन 2020 पर आधारित है, जिसमें दोस्ती, मोहब्बत और राजनीति का ताना-बाना बुना गया है।
हिंदी सिनेमा को कई बेहतरीन फ़िल्में देने वाले डायरेक्टर रमेश सिप्पी भी राजकुमार को अपने डायरेक्टोरियल वेंचर में लेना चाहते हैं। इस रोमांटिक ड्रामा फ़िल्म के साथ सिप्पी कई साल बाद डायरेक्शन में लौट रहे हैं। राजकुमार के लिए ये उपलब्धि ही कही जाएगी, कि इंडस्ट्री के आला अभिनेताओं के साथ काम कर चुके सिप्पी उन्हें डायरेक्ट करेंगे।
हाल ही में हंसल मेहता की ‘सिटी लाइट्स’ की शूटिंग पूरी कर चुके राजकुमार अरबाज़ ख़ान प्रोडक्शन की फ़िल्म ‘डॉली की डोली’ में भी लीड स्टार कास्ट में शामिल हैं। इस फ़िल्म में वो सोनम कपूर और पुल्कित सम्राट के साथ पर्दे पर दिखाई देंगे। अरबाज़ की फ़िल्म के ज़रिए ख़ानदान में राजकुमार की एंट्री उनके करियर के लिए टर्निंग प्वाइंट बन सकती है।
निश्चित रूप से राजकुमार के लिए ये दौर शानदार होने के साथ उन संघर्षरत अभिनेताओं के लिए मिसाल है, जो सिर्फ़ अपने टेलेंट के बूते इंडस्ट्री में कुछ कर गुज़रने का जज़्बा लेकर आते हैं।