पा- 2009 में आई इस फ़िल्म में अमिताभ ने अपनी सभी परफॉर्मेंसेज को पीछे छोड़ दिया। उन्होंने जेनेटिक डिस्ऑर्डर प्रोजेरिया के शिकार 13 साल के बच्चे ऑरो का रोल निभाया।
मुंबई: हिंदी सिनेमा की कोई भी कहानी अमिताभ बच्चन के बिना अधूरी है। यूं तो 100 साल पूरे कर चुके भारतीय सिनेमा में कई दिग्गज कलाकार आए, लेकिन अमिताभ बच्चन जैसी लोकप्रियता और मुक़ाम सबको नसीब नहीं हुआ। सदी के महानायक से नवाज़े चुके बिग बी ने आज उम्र का 72 वां पड़ाव छू लिया है। इन 72 सालों में 45 साल अमिताभ बच्चन ने फ़िल्म इंडस्ट्री को दिए हैं।
अमिताभ आज जिस मुक़ाम पर हैं, उसकी शुरूआत संघर्ष के साथ हुई। 1969 की फ़िल्म सात हिंदुस्तानी से अमिताभ ने डेब्यू किया, लेकिन 11 अक्टूबर को जन्मे अमिताभ को क़ामयाबी मिली 11 फ़िल्मों के बाद। 1973 की फ़िल्म ज़ंजीर ने अमिताभ को हिंदी सिनेमा का एंग्री यंग मैन बना दिया। इसके बाद उन्होंने पीछे मुड़कर नहीं देखा। बिग बी को जन्म दिन की बधाई, और यहां पेश हैं उनके 11 यादगार करेक्टर…
अमिताभ की फ़िल्मों में उनके यादगार क़िरदार चुनना इस तरह है जैसे हीरों की मंडी में सबसे चमकीला हीरा खोजना। इनके अलावा अमर अकबर एंथनी, शान, चुपके-चुके, अभिमान, कभी -कभी, सिलसिला, शराबी, अग्निपथ, कभी खुशी कभी ग़म, मोहब्बतें, बागवां कई ऐसी फ़िल्में हैं, जिनमें अमिताभ ने अभिनय की बुलंदियों को छुआ है। उम्मीद है, कि आने वाले वक़्त में उनकी परफॉर्मेंसेज उनका क़द और ऊंचा करेंगी।