मुंबई: ‘बाजीराव मस्तानी’ संजय लीला भंसाली के साथ दीपिका की दूसरी फ़िल्म है। इससे पहले ‘गोलियों की रासलीला राम लीला’ में वो संजय की लीला बन चुकी है।
आमतौर पर संजय लीला भंसाली को ऐसा डायरेक्टर माना जाता है, जो परफेक्शन के साथ कोई समझौता नहीं करता, और इसके लिए वो अपने एक्टर्स को भी नहीं छोड़ते। कुछ लोग कहते हैं, कि भंसाली खुद को एक्टर्स पर थोपते हैं। हालांकि दीपिका का अनुभव बिल्कुल अलग है।
‘बाजीराव मस्तानी’ की एक प्रोमोशनल इवेंट में दीपिका ने कहा- “एक क्रिएटिव व्यक्ति होने का नाते उन्होंने मुझे बहुत प्रेरित किया है। चाहे राम लीला हो या बाजीराव मस्तानी, उन्होंने मुझे पूरी आज़ादी ही है। वो परस्पर सहयोग से काम करने वाले डायरेक्टर हैं।”