मुंबई। अमिताभ बच्चन की फिल्म झुंड को समीक्षकों की सकारात्मक प्रतिक्रियाएं मिली थीं, मगर बॉक्स ऑफिस पर फिल्म की रफ्तार काफी धीमी है। फिल्म दो दिनों में साढ़े तीन करोड़ के आसपास ही जुटा सकी है। ट्रेड जानकारों का मानना है कि झुंड को सिनेमाघरों में गंगूबाई काठियावाड़ी के साथ नई हॉलीवुड रिलीज द बैटमैन का भी सामना करना पड़ रहा है, जो कुछ सर्किट्स में काफी अच्छी चल रही हैं।
नागराज मंजुले निर्देशित झुंड एक स्पोर्ट्स ड्रामा फिल्म है, जो वास्तविक जीवन से प्रेरित है। कहानी नागपुर के रिटायर्ड टीचर विजय बोर्डे की है, जो झुग्गी-झोपड़ी के बच्चों के साथ मिलकर फुटबाल टीम स्लम सॉकर की शुरुआत करते हैं। अमिताभ, विजय बोर्डे के किरदार में ही हैं। झुंड 4 मार्च को सिनेमाघरों में पहुंची और पहले दिन 1.50 करोड़ जुटाये। दूसरे दिन रविवार को फिल्म ने 2.10 करोड़ का कलेक्शन किया और इसके साथ दो दिनों का नेट कलेक्शन 3.60 करोड़ हो गया। अमिताभ बच्चन की इस साल यह पहली रिलीज फिल्म है।
झुंड के सामने दो चुनौतियां हैं- आलिया भट्ट की गंगूबाई काठियावाड़ी, जो दूसरे हफ्ते में चल रही है। दूसरी द बैटमैन, जो 4 मार्च को रिलीज हुई है। ट्रेड रिपोर्ट्स के अनुसार, मुंबई और दिल्ली सर्किट्स में झुंड को द बैटमैन से कड़ी टक्कर मिल रही है। शहरी दर्शकों में नये बैटमैन से मिलने की बेकरारी है। वहीं, गंगूबाई काठियावाड़ी सिनेमाघरों में अपनी पकड़ बनाये हुए है। हालांकि, माउथ पब्लिसिटी के जरिए झुंड के कारोबार में इजाफा हो सकता है।
सीनियर फिल्म जर्नलिस्ट और फिल्म क्रिटिक मनोज वशिष्ठ का कहना है कि झुंड उन फिल्मों में शामिल है, जो लम्बे समय तक अपना असर छोड़ती हैं और ऐसी फिल्में बॉक्स ऑफिस पर धीरे-धीरे पेस पकड़ती हैं। हालांकि, आने वाले हफ्तों में स्थिति थोड़ा और मुश्किल होने वाली हैं, क्योंकि 18 मार्च को अक्षय कुमार की बच्चन पांडेय और 25 मार्च को एसएस राजामौली की आरआरआर रिलीज होने वाली है। ये दोनों फिल्में बॉक्स ऑफिस पर कलेक्शंस का बड़ा हिस्सा अपने नाम करने वाली हैं। इसलिए झुंड के पास सम्मानजनक कलेक्शंस करने के लिए ज्यादा वक्त नहीं है।