मुंबई, एससी संवाददाता : फ़िल्ममेकर सुभाष घई ने उन ख़बरों का खंडन किया है, जिनमें कहा जा रहा था, कि वो अमिताभ बच्चन के साथ एक फ़िल्म में काम करने वाले हैं।
ये फ़िल्म पाकिस्तानी जेल में बंद सरबजीत सिंह की कहानी पर आधारित है। जासूसी के आरोप में कई साल से पाकिस्तान की जेल में बंद सरबजीत की पिछले साल मौत हो गई थी।
सुभाष घई ने सरबजीत की ज़िंदगी को पर्दे पर उतारने की तैयारी कर ली है। सोनाक्षी सिन्हा फ़िल्म में सरबजीत की बहन दलबीर कौर का क़िरदार निभा रही हैं।
फ़िल्म में घई ने अमिताभ को सरबजीत के पाकिस्तानी वक़ील का क़िरदार ऑफ़र किया था, लेकिन बिग बी ने इस रोल को करने से इंकार कर दिया।
उनका कहना था, कि वो एक और फ़िल्म में वक़ील का क़िरदार निभा रहे हैं। लिहाज़ा एक साथ दो फ़िल्मों में लॉयर का रोल करना ठीक नहीं होगा।
अब इस क़िरदार के लिए किसी दूसरे एक्टर की तलाश की जा रही है।
अब बच्चन साब ने फ़िल्म ना करने का जो कारण बताया है, वो कितना सही है, ये तो वही जानें। पर ये बात सब जानते हैं, कि अमिताभ और घई साब में पुराना छत्तीस का आंकड़ा है। कई साल पहले घई ने अमिताभ बच्चन को ‘देवा’ नाम से एक फ़िल्म ऑफ़र की थी।
डकैतों पर बेस्ड इस फ़िल्म की शूटिंग भी शुरू हो गई, लेकिन कुछ सीन करने के बाद अमिताभ और घई के बीच क्रिएटिव डिफ़रेंसेज आने लगे।
इसके बाद बिग बी ने फ़िल्म छोड़ दी, लेकिन बाद में ‘ख़ुदा गवाह’ में वो उसी गेटअप में दिखाई दिए, जो सुभाष घई ने ‘देवा’ में अमिताभ के लिए चुना था।
इस बात ने सुभाष घई को नाराज़ कर दिया, और उन्होंने भविष्य में कभी अमिताभ के साथ काम ना करने की क़सम खा ली।
हालांकि, पिछले दिनों जब बिग बी अस्पताल में भर्ती हुए थे, तो सुभाष घई ने उनकी मिजाज़पुरसी करके गिले-शिकवे दूर कर लिए थे, पर लगता है, बिग बी अभी भी वो वाक़या भूले नहीं हैं।