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प्रीति ज़िंटा मामले को लेकर सवाल पूछने पर बोले सलमान
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शाह रूख़ ने भी टाला सवाल, बोले कमेंट करना ठीक नहीं
मुंबई: बॉलीवुड के बारे में कहा जाता है, कि यहां रिश्ते सिर्फ़ दिखाने भर के लिए होते हैं, लेकिन हर आदमी अपनी लड़ाई ख़ुद लड़ता है। कुछ ऐसा ही महसूस कर रही होंगी प्रीति ज़िंटा, जो अपने एक्स व्बॉय फ्रेंड बिजनेसमैन नेस वाडिया के साथ ही क़ानूनी लड़ाई में उलझ गई हैं।
प्रीति ने नेस पर सरेआम उन्हें बेइज़्ज़त करने का आरोप लगाया है। प्रीति की शिकायत पर पुलिस ने जांच शुरू कर दी है। प्रीति बॉलीवुड की मशहूर और क़ामयाब एक्ट्रेस रही हैं। उससे ज़्यादा वो अपनी बेबाक़ी के लिए सुर्खियों में रहती आई हैं। उन्हें एक ऐसी एक्ट्रेस के तौर पर देखा जाता है, जो अपने उसूल के लिए खुलकर बोलती हैं। भले ही इससे उन्हें नुक़ासन होने की आशंका हो। इस बार भी प्रीति वही कर रही हैं, नेस के ख़िलाफ़ मोर्चा खोलकर। पर इस लड़ाई में प्रीति बिल्कुल अकेली हैं। ये बात उस पोस्ट से ज़ाहिर होती है, जो उन्होंने अपना पक्ष रखने के लिए सोशल नेटवर्किंग साइट पर शेयर की। इस भावनात्मक पोस्ट में प्रीति ने एक जगह लिखा है-
मुझे इस बात से अफ़सोस होता है, कि पहले भी जब मुझे सरेआम गाली दी गई, और बेइज़्ज़त किया गया। मेरे साथ कोई खड़ा नहीं हुआ- ना तो वो जिनके साथ में काम करती थी,या कोई और। ( It saddens me that no one at work or around ever stood up for me in the past when i was abused and insulted publicly.)
प्रीति की ये बात उस वक़्त सही साबित हुई, जब बॉलीवुड के दो बड़े ख़ानों से इस मामले में सवाल किए गए। ख़ास बात ये है, कि ये दोनों ख़ान ही प्रीति के अच्छे दोस्तों में शामिल हैं। रविवार को किक के ट्रेलर लांच में जब सलमान ख़ान से प्रीति के केस पर सवाल किया गया, तो उनका जवाब बेहद हल्का था। सलमान ने सवाल को नज़रअंदाज़ करते हुए कहा-
“आप ग़लत जगह पर आ गई हैं। इनसे कोई माइक ले लो प्लीज़।”
रविवार को ही शाह रूख़ एक सिटी मॉल में फादर्स डे मनाने निकले, और जब उनसे प्रीति के केस पर बात करने की कोशिश की गई, तो पहले तो उन्होंने टालने की कोशिश करते हुए कहा-
“मैं इस पर कोई कमेंट नहीं करना चाहूंगा, क्योंकि ये ज़ाती और क़ानूनी मसला है।”
लेकिन ज़ोर देने पर शाह रूख़ बोले-
“एक दोस्त को दूसरे दोस्त से बात करने दें। (Let a friend talk to a friend.)”
हो सकता है, कि दोनों ख़ानों की प्रीति से बात हो रही हो, लेकिन अगर अच्छे दोस्त होने के नाते वो इस मसले पर कोई ऐसा बयान दे सकते थे, जिससे ये संदेश जाता, कि प्रीति इस लड़ाई में अकेली नहीं हैं। शायद यही कारण है, प्रीति ने अपने अकेलेपन को अपने स्टेटमेंट में ज़ाहिर किया है।