मुंबई: सोशल मीडिया का इस्तेमाल करने वाले लोग पीडीए के बारे में जानते होंगे, जिसका मतलब है- Public Display Of Affection यानि प्यार का सरेआम इज़हार। मगर, अपनी अगली फ़िल्म ‘राजा नटवरलाल’ को प्रोमोट करने के लिए इमरान हाशमी ने इसके मायने बदल दिए हैं। इमरान के लिए पीडीए का मतलब है- Public Display Of Animosity यानि नफ़रत का सरेआम इज़हार।
इमरान और महेश भट्ट के बीच Public Display Of Animosity का ये खेल पिछले कुछ वक़्त से चल रहा है। दोनों एक-दूसरे के बारे में माइक्रो ब्लॉगिंग साइट पर लिख रहे हैं। ख़बरें आ रही थीं, कि इमरान और भट्ट कैंप के बीच दूरियां बढ़ गई हैं, और वो अपने मेंटॉर महेश भट्ट को ज़्यादा भाव नहीं दे रहे।
इन ख़बरों को ज़ोर मिला महेश भट्ट के एक ट्वीट से, जिसमें उन्होंने लिखा- उस दुश्मन से मत डरो, जो तुम पर हमला करता है, बल्कि फ़र्ज़ी दोस्तों से डरना चाहिए, जो गले मिलते हैं। क्या इमरान नटवरलाल सुन रहे हैं?
इसके जवाब में इमरान ने ट्वीट किया- लक्ष्य को पहचाने बिना गोली चलाने की आदत रखने को ‘ट्रिगर हैप्पी’ कहा जाता है।
इमरान के इस ट्वीट पर महेश भट्ट ने बिना किसी का नाम लिए लिखा- सुना है: कभी-कभी जिन लोगों के लिए आप गोली का सामना करते हो, वही लोग ट्रिगर के पीछे होते हैं।
सीनियर भट्ट के इस जवाली हमले के बाद इमरान हाशमी को अहसास हुआ, कि सोशल प्लेटफॉर्म पर उनकी ‘लड़ाई’ का तमाशा बन रहा है। इमरान ने लिखा- भट्ट साब, अगली प्लीज़ फोन उठाकर मुझे गालियां देना। ट्वीटर की वजह से तमाशा बन गया है।
फिर इमरान ने इस तथाकथित पारिवारिक लड़ाई पर कमेंट भी किया। उन्होंने लिखा- हमारे ‘पारिवारिक झगड़े’ के बाद ऑक्सफॉर्ड डिक्शनरी से ‘ट्वीटर हैप्पी’ को शामिल करने के लिए संपर्क किया है।
और फाइनली इमरान ने जो ट्वीट किया, उससे लगता है, कि वो क़ामयाबी के लिए किसी भी हद तक जा सकते हैं। सोशल मीडिया में फ़र्जी लड़ाई भी लड़ सकते हैं। इमरान ने लिखा है- तरक्की की सड़क पर कुछ लोगों की पीठ में छुरा मारना ही पड़ता है। अब किसे मारना है, किसे छोड़ना है। असली तरक्की उसे कहते हैं।
इमरान और महेश के बीच हुए इस ट्वीटर वॉर से ज़ाहिर है, कि दोनों ने मीडिया में आईं उन ख़बरों को ही प्रोमोशनल टूल बना लिया, जिनमें इमरान और महेश भट्ट के बीच दूरियां बढ़ने के दावे किए जा रहे थे। इन ख़बरों को ‘राजा नटवरलाल’ में अपने करेक्टर राजा से जोड़कर इमरान और महेश ने ट्वीट-ट्वीट खेला। फ़िल्म में इमरान का क़िरदार एक कॉन मैन है, जो लोगों को अपने जाल में फंसाकर उन्हें ठगता है।