मुंबई: ऐसे दौर में जब हिंदी फ़िल्ममेकर्स को फ़िल्मों में सेंसरशिप बढ़ने का डर सता रहा है, ‘हेट स्टोरी 2’ सेंसुअलिटी और सेक्सुअलिटी नई परिभाषा लेकर आ गई है। इंटरनेट पर फ़िल्म का जो अनकट ट्रेलर रिलीज़ किया गया है, उसे सेंसर बोर्ड के लिए चुनौती ही कहा जाएगा। हालांकि, विशाल पंड्या डायरेक्टिड ये फ़िल्म जब थिएटर्स में पहुंचेगी, तो इनमें से कई सींस दर्शक नहीं देख सकेंगे, क्योंकि वो पहले ही सेंसर हो चुके हैं।
फ़िल्ममेकर्स के बीच सेंसरशिप बढ़ने का ख़ौफ़ नरेंद्र मोदी सरकार के सत्ता में आने के बाद पैदा हुआ है। फ़िल्ममेकर्स को लगता है, कि देश की नई सरकार की नीतियों के मद्देनज़र सेंसर बोर्ड और सख़्त होगा। ऐसे में उन फ़िल्मों पर गाज गिरेगी, जिनमें न्यूडिटी और एडल्ट कंटेंट ज़्यादा होता है। फ़िल्ममेकर्स को अपनी सिनेमाई आज़ादी ख़तरे में दिख रही है। ‘हेट स्टोरी 2’ के फर्स्ट लुक लांच इवेंट में ये डर फ़िज़ा में तैरता दिखाई दिया।
फ़िल्म की लीडिंंग लेडी सुरवीन चावला ने फ़िल्मों में दिखाए जाने वाले सेक्स सींस को लेकर कहा- “वो वक़्त आ चला है, जब हमें सेक्सुअलिटी को लेकर ढोंग करने से बचना चाहिए, और पर्दे पर प्यार को उसी तरह दिखाना चाहिए, जैसे वो होता है। मुझे लगता है, कि वक़्त और सिनेमा बदल रहे हैं।”
‘हेट स्टोरी 2’ में लीड एक्टर्स जय भानुशाली और सुरवीन चावला पर कई उत्तेजक दृश्य फ़िल्माए गए हैं। अंग प्रदर्शन के नाम पर सुरवीन ने टू पीस बिकनी पहनी हैं, और लव मेकिंग सींस को इस तरह शूट किया गया है, कि उनमें न्यूडिटी ना हो, लेकिन सेक्सुअलिटी बनी रहे। इसे डिफेंड करते हुए सुरवीन ने कहा- “जब ऐसी फ़िल्में विदेशों में बनती हैं, तो हम उन्हें सराहते हैं, लेकिन जब हम खुद करते हैं, तो वो ख़राब हो जाती हैं। मेरे लिए ये सिर्फ़ एक जॉब है। मुझे इस पर प्रतिबंध लगाने का कोई कारण समझ में नहीं आता।”
सुरवीन के इन तर्कों से सरकार और सेंसर बोर्ड कितना असर पड़ेगा, ये तो वक़्त ही बताएगा। तब तक सिनेमा में अभिव्यक्ति की आज़ादी और सेंसर बोर्ड के बीच खींचतान चलती रहेगी।