संगठन में शक्ति है, अकेले में फटती है… देखें ‘गुलाब गैंग’ की पहली झलक

गुबाव गैंग पोस्टर
गुबाव गैंग पोस्टर

मुंबई : पिंक यानि गुलाबी रंग यूं तो मोहब्बत का रंग है, लेकिन अगर इस रंग को कमज़ोर समझ लिया जाए, तो फिर रंग में भंग पड़ सकता है। कुछ यही समझाती हुई नज़र आएंगी माधुरी दीक्षित अपनी अगली फ़िल्म ‘गुलाब गैंग’ में। इस फ़िल्म को डायरेक्ट किया है डेब्टेंयूट सौमिक सेन ने, जबकि प्रोड्यूसर हैं अनुभव सिन्हा।

फ़िल्म का ट्रेलर इंटरनेट पर जारी कर दिया गया है। फ़िल्म में माधुरी रज्जो के क़िरदार में हैं, जो गुलाब गैंग की लीडर है। इस गैंग की सभी सदस्याएं गुलाबी साड़ी पहनती हैं, लेकिन उनके तेवर गुलाबी बिल्कुल नहीं हैं। समाज में औरतों पर जुल्म ढाने वालों पर ये गैंग भारी पड़ता है।

‘गुलाब गैंग’ में माधुरी के साथ पहली बार स्क्रीन स्पेस शेयर कर रही हैं जूही चावला, जो इस फ़िल्म में एक शातिर पॉलिटिशियन के रोल में हैं। जूही का ये क़िरदार निगेटिव है।

‘गुलाब गैंग’ में माधुरी दीक्षित को देखकर ऐसा लगता है, कि वो ख़ुद को एक्सप्लोर कर रही हैं, और अब तक जो ना किया, वो कर रही हैं। फ़िल्म में माधुरी हिंदी सिनेमा के हीरो की तरह एक्शन करती दिखाई दे रही हैं।

सम्पत पाल
सम्पत पाल

वहीं उनके मुंह से फूल झड़ने की बजाए ऐसी लाइंस झड़ रही हैं, जो उनकी अब तक की इमेज के एकदम उलट है। मसलन, ‘नीचे वाली जब लेती है, तो पतलून फाड़कर लेती है’ या फिर ‘संगठन में शक्ति है, और अकेले में आपकी फटती है’।

गुलाब गैंग रियल लाइफ़ से इंस्पायर्ड फ़िल्म है, जिसमें माधुरी का क़िरदार सम्पत पाल की लाइंस पर है। उत्तर प्रदेश के बुंदेलखंड ज़िले में सम्पत पाल ने गुलाबी गैंग की बुनियाद रखी थी। इस संगठन का मक़सद औरतों के ख़िलाफ़ होने वाले जुल्म रोकना है।

‘गुलाब गैंग’ वूमेंस डे से एक दिन पहले 7 मार्च को रिलीज़ हो रही है।

नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करके देखें फ़िल्म की पहली झलक…

http://www.youtube.com/watch?v=xAcN8RR3Ry4