मुंबई: ‘मैरी कॉम’ में किसी नॉर्थ ईस्टर्न एक्ट्रेस को लीड रोल में लेना ज़रूरी नहीं था। अगर फ़िल्म को कमर्शियल वैल्यू देनी है, तो बड़ी एक्ट्रेस को ही लिया जाना सही है। ये कहना है नेशनल अवॉर्ड विनर एक्टर गीतांजलि थापा का, जो ख़ुद सिक्किम से हैं।
‘मैरी कॉम’ में जब टाइटल रोल के लिए प्रियंका चोपड़ा को कास्ट किया गया था, तो कुछ लोगों ने इसे नॉर्थ ईस्ट के साथ पक्षपात बताते हुए ऐतराज़ जताया था। उनका कहना था, कि मैरी कॉम पर बनने वाली फ़िल्म में किसी नॉर्थ ईस्टर्न एक्टर को ही लेना चाहिए था।
एक इंटरव्यू में इस मुद्दे पर बोलते हुए गीतांजलि ने कहा- “मैं सिर्फ़ इसलिए किसी फ़िल्म का हिस्सा नहीं बनना चाहूंगी, क्योंकि मैं नॉर्थ ईस्टर्न हूं। ये एक बड़ी फ़िल्म है, लिहाज़ा किसी बड़ी एक्ट्रेस को कास्ट करना सही है। फ़िल्म की कमर्शियल वैल्यू को सुनिश्चित करना ग़लत नहीं है।
मॉडल से एक्टर बनीं गीतांजलि ने 2012 की फ़िल्म ‘आईडी’ से सिनेमा में क़दम रखा। उन्हें पहचान मिली ‘लायर्स डाइस’ फ़िल्म से, जिसके लिए गीतांजलि को बेस्ट एक्ट्रेस का नेशनल अवॉर्ड दिया गया। गीतांजलि की आने वाली फ़िल्म ‘टाइगर्स’ है। इस इंटरनेशनल फ़िल्म में वो इमरान हाशमी की पत्नी का क़िरदार निभा रही हैं। फ़िल्म को डेनिस टेनोविक ने डायरेक्ट किया है। ‘टाइगर्स’ को टोरंटो इंटरनेशनल फ़िल्म फेस्टिवल में वर्ल्ड प्रीमियर किया गया है। फ़िल्म बच्चों के खाने में होने वाले एक स्कैम पर बेस्ड है।