मुंबई, एससी संवाददाता : साल का आख़िरी महीना शुरू हो चुका है, और इसके साथ ही शुरू हो गया 2013 की विदाई का काउंटडाउन। इस महीने में बॉलीवुड की नज़र एक ही फ़िल्म पर है – ‘धूम 3′। उम्मीद की जा रही है, कि साल की विदाई बेहद धूम-धाम से होगी, और बॉक्स ऑफ़िस पर ख़ूब धूम-धड़ाका होगा।
यशराज बैनर की इस फ़िल्म से जुडी इन उम्मीदों की वजह इस फ्रेंचाइजी की ब्रांड वैल्यू तो है ही, साथ ही आमिर ख़ान बहुत बड़ा फैक्टर हैं। फ़िल्म में जिमनास्ट चोर बने आमिर ख़ुद 100 करोड़ की फ़िल्मों के मास्टर हैं। देखा जाए, तो 100 करोड़ और 200 करोड़ क्लबों की शुरुआत आमिर की फ़िल्मों से ही हुई है। 2008 में आमिर की फ़िल्म गजनी डोमेस्टिक बॉक्स ऑफ़िस पर 100 करोड़ का बिजनेस करने वाली पहली हिंदी फ़िल्म बनी।
2009 में उनकी फ़िल्म 3 इडिट्स ने डोमेस्टिक बॉक्स ऑफ़िस पर 200 करोड़ से ज़्यादा का क़ारोबार किया। अब पूरे चार साल बाद आमिर की कोई ऐसी फ़िल्म आ रही है, जिससे करोड़ों की उम्मीदें हैं। इस दौरान आमिर स्टारर ‘धोबी घाट’ और ‘तलाश’ जैसी फ़िल्में भी रिलीज़ हो चुकी हैं, लेकिन इन फ़िल्मों से इतनी उम्मीदें नहीं थीं।
2013 हिंदी सिनेमा के लिए नए आयाम लेकर आया। यूथ ब्रिगेड में रणबीर कपूर की फ़िल्म ‘ये जवानी है दीवानी’ ने घरेलू बॉक्स ऑफ़िस पर क़रीब 190 करोड़ जमा किए, तो एक जेनरेशन पहले के स्टार शाह रूख़ ख़ान की फ़िल्म ‘चेन्नई एक्सप्रेस’ ने 227 करोड़ का क़ारोबार किया, और जिस वक़्त ये लग रहा था, कि ‘चेन्नई एक्सप्रेस’ का रिकॉर्ड तोड़ना मुश्किल होगा, आ गया कृष। ऋतिक रोशन की सुपरहीरो फ़िल्म ‘कृष 3′ ने डोमेस्टिक बॉक्स ऑफ़िस पर जमा कर लिए क़रीब 243 करोड़।
इन फ़िल्मों की क़ामयाबी के बाद अब हिंदी सिनेमा में कोई भी रिकॉर्ड असंभव नहीं लगता। इसीलिए ‘धूम 3′ को लेकर भी क़यास यही हैं, कि फ़िल्म ना सिर्फ़ ओपनिंग के पुराने रिकॉर्ड्स स्मैश करेगी, बल्कि डोमेस्टिक और ओवरसीज मार्केट्स में भी धूम मचाएगी। वैसे इन धुआंधार उम्मीदों का प्रेशर आमिर ने भी महसूस करना शुरू कर दिया है। इसीलिए सुना है, कि आमिर फिर से स्मोक करने लगे हैं, अपनी हर फ़िक्र को धुएं में उड़ाने के लिए।