मुंबई : एक्टर-सिंगर प्रियंका चोपड़ा खुद पर बन रही फ़िल्म से खुश नहीं हैं। प्रियंका को इस बात पर ऐतराज़ है, कि उनकी ज़िंदगी के उस हिस्से को इस फ़िल्म का सब्जेक्ट बनाया गया है, जिसे वो याद नहीं रखना चाहतीं।
प्रियंका का कहना है- “उस ख़ास सिचुएशन में औरत होने के नाते उन पर और उनकी फैमिली पर क्या बीती है, ये मैं ही जानती हूं। सबसे ज़्यादा परेशान यही बात कर रही है, कि लोग उस विषय को ग्लोफाई करने के लिए फ़िल्म बना रहे हैं, जो किसी लड़की के लिए सबसे ज़्यादा दु:खदायी होता है। मेरी लाइफ़ में ये सबसे ज़्यादा परेशान और निराश करने वाली बात है, कि लोग उस घटना को ग्लोरीफाई कर रहे हैं।”
आपको बता दें, कि प्रियंका के सबसे पहले बॉय फ्रेंड असीम मर्चेंट एक फ़िल्म ’67 डेज़’ प्रोड्यूस कर रहे हैं, जो प्रियंका के संघर्ष वाले दिनों पर बेस्ड है। इस फ़िल्म में प्रियंका के मॉडल से एक्ट्रेस बनने तक की कहानी होगी, लेकिन जो बात प्रियंका को परेशान कर रही है, वो है उनके पूर्व मैनेजर प्रकाश जाजू के साथ उनकी क़ानूनी लड़ाई को कहानी का हिस्सा बनाना।
फ़िल्म की कहानी प्रकाश जाजू ने ही लिखी है। बात 2004 की है, कि जब प्रियंका चोपड़ा ने प्रकाश जाजू का कांट्रेक्ट ख़त्म कर दिया था। जाजू ने इसको लेकर प्रियंका पर कई आरोप लगाए, और दावा किया, कि उनका ₹67 लाख प्रियंका पर बकाया है।
जाजू का ये भी कहना था, कि प्रियंका के पिता डॉ. अशोक चोपड़ा खुद प्रियंका का काम मैनेज करना चाहते हैं। इसलिए उन्होंने कांट्रेक्ट ख़त्म करवाया है। जाजू ने प्रियंका और हरमन बावेजा की रिलेशनशिप को भी एक्सपोज करने की धमकी दी थी। प्रियंका ने जाजू के ख़िलाफ़ पुलिस में मामला दर्ज़ करवा दिया, जिसके लिए उन्हें कुछ दिन जेल में भी रहना पड़ा। ’67 डेज़’ में जाजू के जेल जाने तक की कहानी दिखाई जाएगी।
प्रियंका परेशान होने के साथ हैरान भी हैं, कि उनकी लाइफ़ पर फ़िल्म बनाई जा रही है- “ये बेहद ताज्जुब की बात है। मैं इतनी बड़ी हो गई हैं, कि लोग मेरे ऊपर फ़िल्म बना रहे हैं। मैंने कभी नहीं सोचा था। मैंने इसके बारे में आप (मीडिया) लोगों से ही सुना है। मुझे नहीं लगता, कि मेरे ऊपर फ़िल्म बनाई जाए। कम से कम जब मैं 40 की हो जाऊं तब मुझ पर फ़िल्म बनानी चाहिए। 40 तक कुछ और एचीवमेंट्स हो जाएंगे और कंट्रोवर्सीज भी।”
अपनी लाइफ़ पर फ़िल्म को लेकर प्रियंका की बेचैनी उनकी बातों से पता चल रही है। अब देखते हैं, कि इस फ़िल्म को रोकने के लिए प्रियंका कोई क़दम उठाती हैं, या खुद को हालात के सहारे छोड़ देती हैं।