मुंबई : तेलगू फ़िल्म इंडस्ट्री के लीजेंडरी अभिनेता और निर्माता और सुपरस्टार नागार्जुन के पिता अक्किनेनी नागेश्वर राव की आज मृत्यु हो गयी। कैंसर से जूझ रहे अक्किनेनी ने बुधवार को हैदराबाद में आखिरी सांस ली।
91 साल के अक्किनेनी ने अपने करियर की शुरुआत 1941 में फ़िल्म ‘धर्मपत्नी’ से की थी। अक्किनेनी के नाम ‘देवदासु’, ‘लैला मजनू’, ‘अनारकली’, ‘प्रेमाभिशेकम’, ‘प्रेम नगर’ और ‘मेघा सन्देशम’ जैसी कई क़ामयाब फिल्में हैं।
वो पर्दे पर माइथॉलॉजिकल और रोमांटिक रोल्स के लिए मशहूर थे। अपने 75 साल के करियर में अक्किनेनी ने कुल 256 फ़िल्मों में काम किया। एक्टिंग के साथ-साथ अक्किनेनी तेलगू फ़िल्म इंडस्ट्री को दिए गए एक ख़ास योगदान के लिए भी जाने जाते हैं। 1956 में तेलगू फ़िल्म इंडस्ट्री को मद्रास (अब चेन्नई) से हैदराबाद लाने में अक्किनेनी ने अहम् भूमिका निभाई थी।
फिल्म जगत में अक्किनेनी की योगदान को देखते हुए उन्हें पद्म विभूषण से सम्मानित किया जा चुका है। 1991 में अक्किनेनी को दादा साहब फाल्के अवार्ड से नवाज़ा गया और साथ ही उनके सम्मान में एएनआर नेशनल अवॉर्ड की घोषणा भी की गयी, जो हर साल फ़िल्म दुनिया के बेहतरीन कलाकारों को दिया जाता है।
फ़िल्मों के साथ अक्किनेनी को लिटलेचर में भी ख़ास दिलचस्पी थी। एएनआर एक अच्छे अभिनेता होने के साथ-साथ अच्छे लेखक भी थे। उनकी लिखी हुई क़िताबों में ऑटोबायोग्राफी नेनू ना जीविथम भी शामिल है।
पिछले साल कैंसर डायग्नोस होने के बाद अक्किनेनी ने प्रेस कांफ्रेंस के ज़रिए अपने चाहने वालों तक ये ख़बर पहुंचाई थी और साथ ही 100 साल तक जीवित रहने की मंशा भी ज़ाहिर की थी। सिंसियरली सिनेमा की तरफ से इस लीजेंडरी फ़िल्ममेकर को श्रद्धांजलि।