मुंबई। Manoj Kumar Movies: मनोज कुमार पहचान देशभक्ति पर आधारित फिल्में बनाने के लिए रही। इसकी वजह से उन्हें भारत कुमार कहा गया, मगर बतौर फिल्ममेकर भी सिनेमा में उनका योगदान कम नहीं है। अभिनय के अलावा लेखन, संपादन, निर्देशन और निर्माण में वो बेमिसाल हुनर के मालिक थे।
इसकी मिसाल है उनकी फिल्म पूरब और पश्चिम का गाना जब जीरो दिया मेरे भारत ने… इस गाने के लिए उन्होंने महबूब स्टूडियो में रिवॉल्विंग रेस्तरां क्रिएट किया था, जो उस समय देश में कहीं नहीं था।
महबूब स्टूडियो में बनाया रिवॉल्विंग रेस्तरां
पूरब और पश्चिम 1970 में रिलीज हुई थी। इस फिल्म में मुख्य भूमिका निभाने के साथ मनोज कुमार ने फिल्म का निर्माण और निर्देशन भी किया था। पश्चिमी संस्कृति के बहाव में अपनी सभ्यता को याद रखने का सबक देने वाली पूरब और पश्चिम हिंदी सिनेमा की यागदार फिल्मों में गिनी जाती है।
कई साल बाद इस फिल्म से प्रेरित नमस्ते लंदन में अक्षय कुमार ने मुख्य भूमिका निभाई थी। पूरब और पश्चिम अपने विषय के अलावा संगीत के लिए भी याद की जाती है। रवीना टंडन फिल्म के बेहद मशहूर गीत जब जीरो दिया मेरे भारत ने से जुड़ा एक किस्सा सुनाती हैं कि भारत में तब तक रिवॉल्विंग रेस्तरां का कॉन्सेप्ट नहीं आया था।
उन्होंने उस गाने में वो क्रिएट किया। यह गाना महबूब स्टूडियो में शूट हुआ था। उन्होंने राउंड ट्रॉलीज लगाकर रिवॉल्विंग रेस्तरां का पूरा फील दिया था। उनकी सोच समय से बहुत आगे की थी। वो हमेशा एक जीनियस फिल्ममेकर थे।
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#WATCH | On the demise of veteran actor and film director Manoj Kumar, actor Raveena Tandon says, "We cannot forget him ever. He was so close to me. He gave the first break to my father in 'Balidaan'. My father was so close to him. He (Manoj Kuma) was so ahead of time. When he… pic.twitter.com/J2QwL479Oh
— ANI (@ANI) April 4, 2025
शहीद भगत सिंह के गेटअप में नहीं की स्मोकिंग
रवीना मनोज कुमार के बारे में एक और किस्सी बताती हैं। शहीद की शूटिंग के समय ब्रेक के दौरान कुछ कलाकार स्मोकिंग कर रहे थे। उन्होंने मनोज कुमार को भी ऑफर किया, मगर मनोज उस वक्त सरदार भगत सिंह के गेटअप में थे।
वेटरन एक्टर ने साथियों से इनकार करते हुए कहा कि जब तक मेरे सिर पर यह पग (पगड़ी) है, मैं इसका सम्मान करूंगा और किसी ऐसी चीज को हाथ नहीं लगाऊंगा। रवीना कहती हैं कि देशभक्ति का यह भाव उनके भीतर से आता था। यह सिर्फ इमेज की वजह से नहीं था।
शहीद (Manoj Kumar Movies) 1965 में रिलीज हुई थी। मनोज कुमार ने फिल्म में शहीद भगत सिंह का किरदार निभाया था। देशभक्ति पर बनी तमाम फिल्मों में शहीद आज भी सबसे ऊंचा स्थान रखती है। मनोज कुमार का निधन गुरुवार देर रात करीब 3.30 बजे हो गया। उन्होंने मुंबई के कोकिलाबेन अस्पताल में अंतिम सांस ली।