मुंबई। Dr. Manmohan Singh Death: देश के पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह का गुरुवार शाम को निधन हो गया। डॉ. सिंह देश की अर्थव्यवस्था को बुरे दौर से निकालने के लिए जाने जाते हैं। राजनीतिक फैसलों के इतर वो अपनी सहजता, सरलता और गरिमामयी जिंदगी के लिए लोकप्रिय रहे।
मगर, राजनीतिक छींटाकशी और टीका टिप्पणियों से वो भी अछूते नहीं रहे। उनके सीमित बोलने की आदत को कमजोरी की तरह उछाया गया। मीडिया ने भी समय-समय पर उनकी क्षमताओं पर सवाल खड़े किये। यहां तक की टीवी कार्यक्रमों में भी डॉ. सिंह को लेकर जोक बनाये गये।
स्टैंड अप कॉमेडियन, होस्ट और एक्टर वीर दास ने ऐसे ही एक कार्यक्रम को याद करके डॉ. मनमोहन सिंह के बड़प्पन को याद किया है। वीर दास ने सोशल मीडिया में लिखा कि वह देश के सबसे शक्तिशाली व्यक्ति थे, मगर खुद पर किये गये व्यंग्य पर कभी रिएक्ट नहीं किया।
यह भी पढ़ें: Dr. Manmohan Singh Death: पूर्व पीएम के निधन से शोक में डूबी भारतीय फिल्म इंडस्ट्री, आज नहीं आएगा ‘सिकंदर’ का टीजर
Dr. Manmohan Singh said that history would remember him kindly. I’m happy to see that’s the case on social media today. He had a sense of humour. Leaders mean different things to different people, I can only speak to my experience. Personally, I remember being in my 20s and doing… pic.twitter.com/a9X0zMhlKj
— Vir Das (@thevirdas) December 27, 2024
प्राइम टाइम बुलेटिन में बनता था मजाक
डॉ. सिंह के लिए लिखी श्रद्धांजलि पोस्ट में वीर दास ने कहा- डॉ. मनमोहन सिंह ने कहा था, इतिहास उन्हें नरमी के साथ याद रखेगा। मुझे यह देखकर खुशी हो रही है कि सोशल मीडिया पर आज ऐसा ही हो रहा है। उनमें सेंस ऑफ ह्यूमर था। अलग-अलग लोगों के लिए नेता अलग-अलग मायने रखते हैं।
मैं केवल अपने अनुभव के बारे में बात कर सकता हूं। व्यक्तिगत तौर पर, मुझे याद है कि मैं उम्र के 20वें दौर में था और सीएनबीसी पर प्राइम टाइम बुलेटिन में उन पर जोक बनाते थे, जबकि हमारी टीम को अच्छी तरह मालूम था ति उनका दफ्तर देख रहा होगा और हमें इससे हमें को दिक्कत नहीं थी।
वह देश के सबसे शक्तिशाली व्यक्ति थे और हम उन पर हर हफ्ते पांच रातों को मुख्यधारा के समाचार चैनल पर जोक सुनाते थे, जो बहुत अच्छे भी नहीं थे। हम पूरी तरह से अपरिपक्व थे। ध्यान दें कि यह कोई कॉमेडी शो नहीं था, बल्कि रात 9 बजे के समाचार बुलेटिन का हिस्सा था, जिसे देश का हर व्यवसायी देखता था।
खुद पर मजाक सहने करने वाले सच में ताकतवर
आज यह कितनी दूर की कौड़ी लगती है। मेरे पेशे की नजर से देखें तो सच में एक महान, आत्मविश्वासी और विनम्र नेता की पहचान यही है कि वो मजाक को बर्दाश्त कर सके। महान नायक समझते हैं कि यह काम का हिस्सा है।
जो राजनीतिक व्यक्तित्व मजाक सहन कर सकता है, उसे सदियों तक याद रखा जाता है। ह्यूमर को गरिमा के साथ समझना उसे महान बनाता है। ऐसा राजनेता, जो मजाक बर्दाश्त कर सकता है, वो सच में ताकतवर होता है और जो अपने बारे में मजाक कर सकता है, वो प्रशंसनीय और अविजित है।
इस लिहाज से, वो मेरे जीवनकाल के किसी भी भारतीय नेता से कहीं ऊंचा कद रखते हैं। ईश्वर आपकी आत्मा को शांति दें।
डॉ. मनमोहन सिंह (Dr. Manmohan Singh Death) 2004 से 2014 तक देश के प्रधानमंत्री रहे थे। इससे पहले 1991-1996 तक वो देश के वित्त मंत्री रहे थे। 1982 से 1985 तक डॉ. सिंह रिजर्व बैंक के गवर्नर रहे थे। उन्हें दुनियाभर में सम्मानित राजनेता के तौर पर देखा जाता था।
यह भी पढ़ें: Raj Kapoor’s 100th Birth Anniversary: पीएम नरेंद्र मोदी से की कपूर फैमिली ने मुलाकात, करीना ने साझा कीं तस्वीरें